Anand Mahindra Biography In Hindi 2022

Anand Mahindra Biography In Hindi हाल के कुछ समय में Anand Mahindra का नाम इंटरनेट न्यूज़ में काफी दिखाई दे रहा है और इसके पीछे कई वजह है एक तो उनकी ट्विटर से आने वाली ट्वीट और दूसरा उनका महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप की तरह कॉन्ट्रिब्यूशन आनंद महिंद्रा जो कि एक भारतीय बिजनेसमैन और महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के प्रेसिडेंट है

आज हम उनकी की जिंदगी की कहानी के बारे में जाने वाले हैं कि किस तरह से वह हमारे देश की सबसे सक्सेसफुल बिजनेसमैन में से एक बन सके

इन्होने इंडिया में कई सेक्टरस में कामयाबी हासिल की है जैस की एयरोस्पेस ऑटो मोटर्स कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट डिफेंस फाइनेंस इंडस्ट्रियल इक्विपमेंट्स इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और टू व्हीलर

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Anand Mahindra Biography In Hindi

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जगदीश चंद्र महिंद्रा आनंद महिंद्रा के दादाजी थे उन्होंने अपने भाई कैलाश चंद्र महिंद्रा के साथ मिलकर महिंद्रा एंड महिंद्रा की शुरुआत की थी बाद में आनंद महिंद्रा ने महिंद्रा एंड महिंद्रा की जिम्मेदारी निभाई है उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से इस ग्रुप का नाम अपने देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में बनाया है

उनकी हमारी देश की तरफ योगदान को देखते हुए उन्हें जनवरी 2020 में पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित जा रहा उनकी रोजाना जिंदगी की बात की जाए तो आनंद महिंद्रा का मुंबई शहर में एक में 1955 को हुआ था जिस परिवार में उनका जन्म हुआ था वह एक प्रसिद्ध बिजनेस चलाने वाला परिवार था इनके पिता का नाम हरीश महिंद्रा और मां का नाम इंदिरा मिल रहा था इसके अलावा आनंद महिंद्रा तमिल भाषा भी अच्छी तरह से लिख और पढ़ सकते हैं इसकी वजह यह है कि शुरुआती शिक्षा तमिलनाडु के स्कूल में हुई

आनंद महिंद्रा बाहर की अच्छी कॉलेज में पढ़ना अफ्फोर्ड कर सकते थे और इसी के चलते वह अमेरिका के हावर्ड यूनिवर्सिटी में फिल्म मेकिंग एंड आर्किटेक्चर की थी ग्रेजुएशन की अमित से कई लोगों इनके कोर्स का नाम सुनकर थोड़े अचंभित जरूर हुए होंगे क्योंकि जो व्यक्ति आगे चलकर देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन की लिस्ट में शुमार होने वाला था

भला उसने फिल्म मेकिंग की पढाई क्यों की मैं आपको बता दूंगी आनंद महिंद्रा काका शुरुआत से ही फिल्म मकिंग में बहुत ज्यादा इंटरेस्ट है और इसके अलावा वो एक अच्छे फोटोग्राफेर भी है और इसी के चलते वह मुंबई में हर साल महिंद्रा ब्लूज फेस्टिवल को organise करते है

Anand Mahindra Wife And Daughters

1977 में ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उन्होंने हावर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए की पढ़ाई करनी शुरू करें अमेरिका से जब आनंद महिंद्रा की पढ़ाई पूरी करके इंडिया लौटे तोह उन्होंने अनुराधा से शादी की जो एक जौर्नालिस्ट थी

आगे चलकर आनंद महिंद्रा की 2 बेटियां भी जिनके नाम है दिव्या और अ लिका 1981 में आनंद महिंद्रा ने पहली बार अपने फैमिली बिजनेस में कदम रखा जब उन्होंने महिंद्रा UGINE स्टील कंपनी को एक एग्जीक्यूटिव स्टैंड के तौर पर ज्वॉइन करा था

वैसे तोह आनंद महिंद्रा एक अच्छे घर से थे जिसके कारन इनकी साड़ी जरूरतों को पूरा करा गया लेकिन फिर भी उन्होंने मेहनत में कोई कमी नहीं छोड़ी और जिम्मेदारी कंपनी में दी गई थी उसको बहुत अच्छे से निभाया और अपने अच्छे काम के चलते ही 8 सालो तक उन्होंने इस कंपनी में कई बड़े बदलाव करें और 1989 में उनके काम के चलते उन्हें महिंद्रा यू जी सी कंपनी का प्रेसिडेंट बनाया गया फिर 2 सालों के बाद 1991 एंड महिंद्रा लिमिटेड को डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर ज्वाइन करा

उस समय महिंद्रा एंड महिंद्रा इस ग्रुप की वह कंपनी थी ट्रैक्टर व्हीकल्स बनाया करती थी ऑटोमोवीए फील्ड आने के बाद आनंद महिंद्रा का एक बिजनेसमैन के तौर पर बढ़ने लगा और उनके अच्छे काम के चलते कंपनी में उनकी वैल्यू बढ़ने लगी

2001 आते ताते आनंद महिंद्रा को कंपनी में 10 साल हुए थे तब उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा का वाइस चेयरमैन बनाया गया साल 2002 में आनंद महिंद्रा के नेतृत्व में ही महिंद्रा ने महिंद्रा स्कार्पियो महिंद्रा की सबसे प्रसिद्ध कार बन चुकी है महिंद्रा की पुरानी का नया मॉडल था स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया गया था

Anand Mahindra Net Worth

इसके बाद महिंद्रा ऑटो मोटर्स सेक्टर में बहुत ज्यादा सफल रही है और 2012 में आनंद महिंद्रा को महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड का चेयरमैन बना दिया इसके साथ-साथ कृषि उपकरण बनाने में महिंद्रा ग्रुप सबसे आगे ट्रैक्टर बनाने में ग्रुप दुनिया का सबसे बड़ा निर्माता है आनंद महिंद्रा ने मेहनत करके इस ग्रुप का नाम देश विदेश में बनाया है महिंद्रा ग्रुप की कुल संपत्ति 19billion hai और आज भारत देश में टॉप 10 बिजनेसमैन में उनका नाम दिया जाता है

आनंद महिंद्रा ही महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड की को प्रमोट अभी है महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड फाइनेंस कंपनी है जिसे आज हम कोटक महिंद्रा बैंक के नाम से जानते हैं साल 2003 में उन्होंने महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड को कोटक महिंद्रा बैंक में तब्दील कर दिया कि आज भारत में अपनी जगह बनाए हुए हैं

Anand Mahindra Achievements

अगर उनकी अचीवमेंट की बात करी जाए तो मैं आपको बता दूं कि आनंद महिंद्रा को फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा वर्ष 2004 में विशेष सम्मान आर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया जा चुका है और इन्हें व्यवसाय के क्षेत्र में एक्सीडेंट कॉन्ट्रिब्यूशन के लिए राजीव गांधी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाता है आनंद महिंद्रा समाज सेवा के क्षेत्र में काफी काम करते हैं उन्होंने नन्ही काली प्रोग्राम सुरु जिसके तहत आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चियों को मुफ्त में शिक्षा दी जाती है नन्ही काली देश भर में चल रहे हैं लाखों की संख्या में गरीबों को शिक्षा दी जा रही है

कोविद हालात के समय में महिंद्रा लॉजिस्टिक के द्वारा आनंद महिंद्रा ने महाराष्ट्र स्टेट में मेडिकल डिपार्टमेंट के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर को ट्रांसफर करने के लिए 50 से ज्यादा बोलेरो ट्रक सभी लिख रहे थे उनके द्वारा महाराष्ट्र और अन्य राज्य और शहरों में ट्रांसफर करने के लिए बहुत ही अच्छा कदम उठाया गया था जिसके कारन कई लोगो को बहुत सहायत भी मिली